Surah Kausar Hindi Mein
मक्की सूरह है और इसमें 3 आयतें हैं। कुरान में यह सूरह कौसर हिंदी में 30वें पारा में मौजूद है। कुरान में यह सबसे छोटी सूरह है।
हमने आपके लिए नीचे सूरह कौसर की पीडीऍफ़ और ऑडियो फाइल उपलब्ध करायी है
जिसको आप आसानी के साथ पढ़ और डाउनलोड कर सकते हैं।

Surah Kausar Meaning in Hindi: -
सूरह कौसर कुरान की सबसे मुख्तसर सूरह है, जो कुरान मजीद के आखिरी पारा
में मौजूद है।
कौसर शब्द, कातिर(कसीर: मुतादिद या बड़ी तअदाद में) से आया है जिसके
लफ्ज़ी मायने होते है "वसील या अजीम"।
Surah Kausar Hindi Mein Tarjuma Ke Saath
(सुरह अल कौसर हिंदी में)
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
अल्लाह के नाम से, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम बाला है।
1. इन्ना आतैना कल कौसर
बेशक हमने आपको कौसर अता किया
2. फसल्ली लिरब्बिका वन हर
बस अपने रब के लिए नमाज अदा करो और कुर्बानी करो
3. इन्ना शानियाका हुवल अब्तर
बेशक आपका दुश्मन बे नामो निशान होगा।
Surah Kausar Hindi Image

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Surah Kausar in Hindi Pdf Download
मेरे प्यारे दीनी भाइयों और बहनों जैसा की आपने ऊपर सूरह अल कौसर को हिन्दी में तर्जुमा के साथ पढ़ा ही होगा। साथ ही साथ आपने
Surah Kausar की Hindi Image भी देखी होंगी।
यहाँ हमने Surah Kausar Pdf Hindi Me उपलब्ध करायी है आप
आसानी के साथ सूरह अल कौसर की Pdf को डाउनलोड कर सकते है।
Bismillaahir Rahmaanir Raheem
In the name of God, the Most Gracious, the Most Merciful
1. Inna ati naakal kausar
Indeed, We have granted you, [O Muhammad], al-Kawthar.
2. Fasalli lirabbika wanhar
So pray unto thy Lord, and sacrifice.
3. Inna shaniyaka huwal abtar
Indeed, your enemy is the one cut off.
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Surah Kausar English Image
मेरे प्यारे दीनी भाइयों और बहनों जैसा की आपने ऊपर
सूरह कौसर को इंग्लिश में तर्जुमा के साथ पढ़ा ही होगा। साथ ही साथ
आपने Surah Kausar की Hindi Image भी देखी होंगी।
यहाँ हमने Surah Kausar Pdf English Me उपलब्ध करायी है आप
आसानी के साथ सूरह अल कौसर की Pdf को डाउनलोड कर सकते है।
Surah Kausar in Arabic with Urdu Tarjuma
ببِسْمِ ٱللَّهِ ٱلرَّحْمَٰنِ ٱلرَّحِيمِ
شروع اللہ کے نام سے جو بڑا مہربان نہایت رحم والا ہے
إِنَّآ أَعۡطَيۡنَٰكَ اَ۬لْكَوۡثَرَ
یقیناً ہم نے تجھے (حوض) کوﺛر (اور بہت کچھ) دیا ہے
فَصَلِّ لِرَبِّكَ وَانۡحَرِࣕ
پس تو اپنے رب کے لئے نماز پڑھ اور قربانی کر
اِنَّ شَانِئَكَ هُوَ اَ۬لَابۡتَرُࣕ
یقیناً تیرا دشمن ہی ﻻوارث اور بے نام ونشان ہے
Surah Kausar Arabic Image

यह भी देखें:-Surah Yaseen Pdf
Surah Kausar in Arabic Pdf Download
मेरे प्यारे दीनी भाइयों और बहनों जैसा की आपने ऊपर
सूरह कौसर को अरबी में तर्जुमा के साथ पढ़ा ही होगा। साथ ही साथ आपने
Surah Kausar की Arabic Image भी देखी होंगी।
यहाँ हमने Surah Kausar Pdf Arabic Me उपलब्ध करायी है आप
आसानी के साथ सूरह अल कौसर की Pdf को डाउनलोड कर सकते है।
Surah Al-Kausar Ki Mp3 or Audio File Download
मेरे प्यारे भाइयों और बहनों जैसा की आपने इस पोस्ट में सूरह कौसर को
सभी भाषाओं में टेक्स्ट और इमेजेज के जरिये पढ़ा ही होगा।
लेकिन अगर आप सूरह सुनना पसंद करते है, जिससे आपने दिल और दिमाग को आराम
मिलता है।
उसके लिये हमने नीचे
सुरह कौसर की Mp3
फाइल डाउनलोड करने का लिंक दिया है। यहाँ से आप आसानी के साथ
Surah Kausar Ki Mp3 को डाउनलोड कर सकते हो।
यह भी देखें:-आयतल कुर्सी इन हिंदी Pdf
Surah Kausar ki Tafseer
Surah Kausar मक्के में नाजिल हुई इसमें 3 आयत है। जब अल्लाह के प्यारे नबी
सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम के बेटे का मक्के मुकर्रमा में इंतकाल हुआ तो काफिर
लोग जो बुतों को पूजते थे,
यह कहने लगे कि अब आप सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम का कोई बेटा बाकी नहीं रहा अब
इनकी नस्ल आगे नहीं बढ़ पाएगी, आपकी नस्ल गुमनाम हो जाएगी।
लेकिन अल्लाह ताला ने हुज़ूर अकरम सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम का ज़िक्र जमीन ओ
आसमान में फैला दिया और ऐसी उम्मत बना दी जो कया मत तक हुजूर अकरम सल्लल्लाहो
अलैहि सल्लम के जरिये फैलाये दीन पर चलना पसंद करने लगी।
जो अल्लाह के नबी के दीन से इनकार करने वाले काफिर थे वह बे नामोनिशान हो गए
और नामें मोहम्मदी सल्लाल्लाहु अलैहि वसल्लम सारे आलम में गूंज रहा है।
Surah Al-kausar Se Kya Sabak Mila
सूरह कौसर की आयत 1 में नबी (सल्लल्लाह अलैहि व सल्लम) को बहुत सी भलाईयों
की बशारत दी गई है।
आयत 2 में आप (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) को नमाज़ पढ़ते रहने और कुर्बानी
करने का हुक्म दिया गया है।
आयत 3 में आप (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) को दिलासा दिया गया है कि जो आप
के दुश्मन हैं वह आप का कुछ बिगाड़ नहीं सकेंगे बल्कि वह ख़ुद बहुत बड़ी
भलाई से दूर रह जायेंगे।
हदीस में है कि हज़रत आइशा (रज़ियल्लाह अन्हा) ने कहा कि कौसर एक नहर है, जो
तुम्हारे नबी को प्रदान की गई है। जिस के दोनों किनारे मोती के और बर्तन
आसमान के तारों की तादाद की तरह हैं। (सहीह बुखारीः 4965)
और इब्ने अब्बास (रज़ियल्लाहु अन्हमा) ने कहा कि कौसर वह भलाईयाँ हैं जो
अल्लाह ने आप (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) को अता की हैं।
(सहीह बुख़ारीः 4966)
Hauz e Kausar kya hai
जन्नत की एक बड़ी नहर का नाम कौसर है। यह नहर हुजूर अकरम सल्लल्लाहो अलैहि
वसल्लम को अता की गई है हश्र के दिन जब कोई इस नहर से एक बार पानी पिएगा
फिर कभी उसको प्यास नहीं लगेगी।
इस हौज़ के चारों तरफ खूबसूरत कालीनों की सजावट होगी, फर्श पर सोने की
कुर्सियां होंगी, तख्त सजे होंगे, चारों तरफ मोती के बने मकान की कतारें
होंगी।
हौज में सजावट का इतना सामान होगा जैसे आसमान के तारे, हम हश्र के दिन
हुजूर अकरम सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम वहां मौजूद होंगे उम्मात के लोग वहां
पहुंचेंगे और हौजे कौसर का जाम पिएंगे।
यह मर्तबा जिसको भी मिला वह कामयाब हुआ नबी अकरम सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम
की तसल्ली के लिए अल्लाह ताला ने यह सूरह कौसर नज़िल फरमायी।
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